मोदी सरकार में जो काम मारुति-टाटा नहीं कर पाई, वह हुंडई ने कर दिखाया

भारत सरकार और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का पूरा फोकस इलेक्ट्रिक कारों पर है

कुछ इलेक्ट्रिक कारों के लॉन्च इवेंट में खुद नितिन गडकरी भी शामिल हुए हैं।

इतना ही नहीं, नितिन गडकरी ने भारत की पहली हाइड्रोजन कार की टेस्ट ड्राइव भी ली।

वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी से ग्राहक अब सीएनजी और इलेक्ट्रिक कारों पर भी फोकस कर रहे हैं।

ऐसे में डीजल वाहनों पर कार कंपनियों का भरोसा कम हुआ है। मारुति सुजुकी ने पहले ही सभी डीजल कारों को बंद कर दिया है।

वहीं टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी कंपनियां बेहद सीमित डीजल कारें बेचती हैं

ऐसे में दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता Hyundai (Hyundai) ने वो कारनामा कर दिखाया जो Maruti और Tata भी नहीं कर पाईं.

हुंडई मोटर इंडिया ने खुलासा किया है कि कंपनी की डीजल कारों को ग्राहकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली है।

2020 में बीएस 6 नियम लागू होने से पहले। कंपनी के प्रीमियम एसयूवी बाजार में डीजल वेरिएंट की मजबूत मांग देखी गई है।

कंपनी ने यह भी खुलासा किया कि वह अपनी एसयूवी के डीजल इंजनों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए निवेश करना जारी रखेगी।

आंकड़ों पर नजर डालें तो कंपनी की Hyundai Creta SUV की कुल बिक्री में डीजल मॉडल का योगदान 54 फीसदी है

जबकि टक्सन और अल्काजर में यह आंकड़ा 72 और 75 फीसदी तक पहुंच जाता है

सबकॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में Hyundai Venue डीजल की हिस्सेदारी महज 23 फीसदी है

कंपनी ने यह भी खुलासा किया कि हुंडई की लगभग 45 फीसदी बिक्री 10 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले वाहनों की होती है।